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भा.कृ.अनु.प.-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलूरु में हिंदी पखवाड़ा मनाया गया।

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भा.कृ.अनु.प.-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलूरु में 17 सितंबर से 1 अक्टूबर 2024 के दौरान हिंदी पखवाड़ा मनाया गया। इस अवसर पर बिशप कॉटन विमेंस क्रिश्चियन कॉलेज, मिशन रोड, बेंगलुरु से डॉ. विनय कुमार यादव, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। निदेशक डॉ. तुषार कांति बेहरा कार्यक्रम के अध्यक्ष थे।

हिंदी पखवाड़ा आयोजन समिति के नोडल अधिकारी एवं प्रधान वैज्ञानिकडॉ. अनिल कुमार  नायर ने मुख्य अतिथि का परिचय कराया साथ ही मुख्य अतिथि और सभा में उपस्थित सदस्यों का स्वागत  किया।

            मुख्य अतिथि ने कहा कि हिंदी आज एक वैश्विक भाषा के रूप में उभर रही है। उन्होंने कहा कि विदेशों में भी हिंदी खूब प्रचलित है। उन्होंने आगे कहा कि भारत के शहरों में कई प्रदेशों के लोग आकर जीविकोपार्जन करते हैं एवं ये संपर्क के लिए मुख्य भाषा के रूप में हिंदी का इस्तेमाल करते हैं। हिंदी भारत के हर राज्य में बोली समझी जाने वाली भाषा है, और अब इसे राजभाषा का भी दर्जा मिलना चाहिए। विश्व के सामने भारत की पहचान के लिए एक भाषा का होना अनिवार्य है, जिसका हकदार भारत में अधिकाधिक प्रचलित हिंदी ही है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहनी की और इस पर व्याख्यान भी दिया।

            कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं निदेशक डॉ. तुषार कांति बेहरा ने कहा कि हिंदी में काम करना हमारे लिए कठिन नहीं, भारत की विभिन्न भाषाओं में हिंदी से मिलते जुलते शब्द हैं, इसलिए किसी भी भारतीय के लिए हिंदी समझने और बोलने में कठिनाई नहीं होती है। मेरा अनुरोध है कि कार्यालयीन कार्य में हिंदी का अधिकाधिक प्रयोग करें और हिंदी के प्रचार-प्रसार में अपना-अपना योगदान दें। और साथ ही मुख्य अतिथि को यह भी अवगत कराया की इस संस्थान के कर्मचारी अधिकाधिक कार्य हिंदी में कर रहे हैं।

            इस अवसर पर संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (वरिष्ठ ग्रेड) श्री सचिन अग्निहोत्री जी ने  भी सभा को संबोधित किया और कहा कि हमें खुशी से हिंदी का ज्यादा-सा-ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने सभी से आग्रह किया केवल हिंदी पखवाड़े के दौरान ही नहीं, वर्ष भर हिंदी में काम करें। हिंदी के साथ क्षेत्रीय भाषाओं को भी बढ़ावा दें। कार्यालय में अधिकाधिक कार्य हिंदी में ही करें।

            इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं निदेशक ने प्रतियोगिताओं के विजेताओं और हिंदी में मूल रूप से काम करने के लिए आयोजित प्रोत्साहन योजना के प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किए। हिंदी पखवाड़े के दौरान हिंदी टिप्पण एवं शब्दावली’, हिंदी कविता पाठ, ‘हिंदी निबंध’, ‘हिंदी संवाद’, ‘आशुभाषण’, ‘हिंदी गीतआदि प्रतियोगिताएं  आयोजित की गई।

श्रीमती पूजा कुमारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रभारी अधिकारी (राजभाषा) ने कार्यक्म का संचालन किया और हिंदी पखवाड़े के दौरान आयोजित  विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। कार्यक्रम के समापन में राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य एवं वैज्ञानिक डॉ. रवि भूषण तिवारी ने सभी का आभार प्रकट किया।