अर्का टिण्डा इसका विकास राजस्थान लोकल और टी8 (पंजाब) के संकरण के बाद चयन की वंशावली विधि द्वारा किया गया है। जब कच्चे व नरम (60 ग्रा.) हैं, फल गोल व हरेभरे, चमकीले छिलके वाले और नरम रोयेंवाले होते हैं। उपज 10 टन/हे.।