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Success Stories of IIHR Technologies
Sl No. | शीर्षक | Description |
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1 | Arka Shyama: A promising watermelon variety for foothill of Arunachal Pradesh |
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2 | अर्का भारथ: एक उच्च उपज वाली टीसेल गार्ड (ककोड़ा) की ..... |
अर्का भारथ: एक उच्च उपज वाली टीसेल गार्ड ( |
3 | Success Story on the Performance of Arka Vegetable Special in Famed Udupi Mattu Gulla - a GI Tagged Brinjal |
Mr. Roshan Mattu S/o Shankar R Kodian, 30 years old young farmer from Mattu Village, Udupi Taluk of Udupi District raised half acre of Udupi Mattu Gulla brinjal at his field during rabi season 2020-21. |
4 | आम - अनानास अंतर – फसल मॉडल ने कृषि आय बढ़ाने में मदद की |
बौध जिले |
5 | जैव विविधता को आजीविका सुरक्षा से जोड़ना - कटहल |
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6 | रोपाई की अतिसघन विधि में गुलाबी गूदे वाली एवं उच्च उपजवाली ....... |
रोपाई की अतिसघन विधि में गुलाबी गूदे वाली एवं उच्च उपजवाली |
7 | खरीफ़ 2019 के दौरान और पछेती खरीफ़ में भिण्डी की एफ1 संकर किस्म “अर्का निकिता” के .... |
खरीफ़ 2019 के दौरान और पछेती खरीफ़ में भिण्डी की एफ1 संकर किस्म “अर्का निकिता” के जैविक उत्पादन की सफल गाथा |
8 | इक्रिसाट-आईआईएचआर भू-समृद्धि परियोजना के तहत चिकबल्लापुर में चाइना एस्टर की अर्का कामिनी का निष्पादन |
चाइना एस्टर (कैलिस्टेफस चाइनेंसिस एल.) नई उभरती पुष्प फसल है। विश्व भर में घरेलू बाग में शोभाकारी पौधे के रूप में इसकी खेती की जा रही है। भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं., बेंगलूरु ने उच्च पैदावार के लिए चाइना एस्टर की किस्म अर्का कामिनी की पहचान की है। कर्नाटक के चार जिलों में आईआईएचआर-इक्रिसाट भू-समृद्धि परियोजना के तहत इस किस्म को लोकप्रिय किया गया था। चिकबल्लापुर जिले के गौरीबिदनूर तहसील के यिदागुर गाँव के प्रगतिशील किसान श्री शिवानंदा ने खरीफ़ 2019-20 के दौरान अपने खेत में आधे एकड़ में चाइना एस्टर की अर्का कामिनी किस्म उगाई। श्री शिवानंदा को अर्का कामिनी के बीज आईआईएचआर-इक्रिसाट भू-सम |
9 | भिण्डी में अर्का सब्जी स्पेशल (सूक्ष्मपोषक तत्व) के निष्पादन की सफलता |
उडुप्पि जिले के कुंदापुरा तहसील के अध्यापक व प्रगतिशील किसान श्री डी.के. मंजुनाथ ने रबी 2018-19 के दौरान अपने खेत में 0.25 एकड़ में देशी भिण्डी (सफ़ेद भिण्डी या हालुभिण्डी) उगाया। भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. के वैज्ञानिकों (डॉ. डी. कलैवण्णन और डॉ. पी.वी.आर. रेड्डी) और कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर के वैज्ञानिकों द्वारा इक्रिसैट-आईआईएचआर भू-समृद्धि परियोजना के तहत बैंदूर में चलाए प्रदर्शनों से अर्का सब्जी स्पेशल के लाभों को जानने के बाद श्री मंजुनाथ ने भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. के वैज्ञानिकों से संपर्क किया और और भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. |
10 | अर्का मंगला |
इक्रिसैट-आईआईएचआर भू-समृद्धि परियोजना के तहत उडुप्पि में लंबी लोबिया की अर्का मंगला किस्म का निष्पादन
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