अर्का सुगुणा
यह कई बार कटाई-योग्य चौलाई की किस्म है, जिसका विकास ताइवना से लाई गई आईआईएचआर सं. 13560 से शुद्ध वंशावली चयन के द्वारा किया गया है। इसकी पत्तियाँ हल्की हरी हैं और तने रसीले हैं। यह कैल्शियम और लौह तत्व से भरपूर है तथा सफ़ेद गेरुए के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है। इसकी उपज 90 दिनों में 8 बार की कटाई में 25-30 टन/हे. है।