प्रौद्योगिकी का विवरण
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फसल का बहुगुणन पारंपरिक रूप से तने की कलमों से किया जाता है। इस विधि में रोपण के लिए सामग्री की बड़े पैमाने पर होती है।
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फसल के पर-परागण की प्रकृति, खराब अंकुरण, पौधों का धीमा विकास तथा नर एवं मादा पादपों वियोजन के कारण बीज का बहुगुणन नहीं किया जाता है।
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फसल की बारहमासी एवं डायोसियस प्रकृति के उत्कृष्ट क्लोनों की किफायती बहुगुणन का अवसर प्रदान करती है।
उत्पाद और उपोत्पाद
प्रौद्योगिकी लाभ
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6.6 और 4.9 x के बहुगुणन के साथ दो नर कृषिजोपजातियों (स्वर्ण अलौकिक और स्वर्ण रेखा) तथा परवल के एक नर वंशक्रम (5.3x) के त्वरित इन विट्रो बहुगुणन के लिए प्रोटोकॉल विकसित किया गया।
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एक सिंगल मीडियम मिश्रण ने समस्त जीनप्ररूपों में संवर्धन-आरंभ, बहुगुणन और जड-जमने में सहायता प्राप्त हुई। इसके अलावा, ग्रंथियों के उप-संवर्ध के पश्चात जड़युक्त स्टम्प्स का प्रभावकारी उपयोग एक्स विट्रो स्थापन के लिए किया जा सकता है।
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कलमों का प्रयोग करते हुए पारंपरिक रूप से बहुगुणन में केवल 8-10 पादप प्रति वर्ष की तुलना में कृत्रिम परिवेशीय बहुगुणन में 100,000 पादप प्रति वर्ष देने की क्षमता है।
लक्षित क्षेत्र/अंतिम उपयोगकर्ता की प्रोफाइल
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टिशु कल्चर उद्योग
बाजार-संभावना
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सूक्ष्म बहुगुणन प्रौद्योगिकी की आवश्यकता रोपण सामग्री की आपूर्ति करने के लिए होती है।
अपेक्षित निवेश
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वर्तमान टिशु कल्चर प्रयोगशाला में एकत्रित लाभप्रद उद्यम के रूप में स्थापित की जा सकती है।
अनुमानित लाभ/मुनाफा
लागत लाभ अनुपात
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पहले से एक वाणिज्यिक प्रौद्योगिकी
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1:2.5