द्रव-डिस्टिलेशन कार्यविधि का प्रयोग करते हुए तथा इनर्ट वाहकों की समृद्धता के साथ नीम की खली के वाष्पों के निष्कर्षण के लिए विधि विकसित की गई। इनर्ट वाहकों के माध्यम से नियमित अंतरालों पर फसलगत क्षेत्र में वाष्पों को छोड़ा जाना बंदगोभी के हीरक पृष्ठ शलभ को तथा बागवानी फसलों के अन्य नाशीकीटों को नष्ट करने में काफी प्रभावी पाया गया। वाष्प खंड में अभिज्ञात वाष्प कारकों, अर्थात, कार्योफाइलीन ऑक्साइड, लाइमोनीन, लाइनालूल एवं 1-हैक्सानॉल को नीम की खली की नाशक शक्ति के लिए प्रभावी पाया गया।
नाशीकीटों को नष्ट करने के लिए नीम वाष्पों के प्रयोग हेतु विधि पर एक पेटेंट दाखिल गया है। चूंकि, यह विधि पादप-आधारित जैविक अर्क पर आधारित है और जो प्रभावकारी, किफायती और पर्यावरण अनूकूल है, इसलिए उत्पाद को जैविक फसल उत्पादन में उपयोग किया गया।