भा.कृ.अनु.प.- भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान की अनुसंधान सलाहकार समिति की 25वीं बैठक दिसंबर 3-4, 2019 को हुई।
भा.कृ.अनु.प.-भरतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान की अनुसंधान सलाहकार समिति की 25वीं बैठक दिसंबर 3-4, 2019 को प्रोफेसर गौतम कल्लू, पूर्व उप महानिदेशक (बागवानी) की अध्यक्षता में आयोजित की गई। डॉ. एस.एन. पाण्डेय, पूर्व सहायक महानिदेशक (बागवानी), डॉ. प्रीतम कालिया, पूर्व अध्यक्ष, सब्जी फसल विभाग, भा.कृ.अनु.प.-भा.कृ.अनु.सं., नई दिल्ली, डॉ. टी.पी. राजेंद्रन, पूर्व सहायक महानिदेशक (पौध-संरक्षण), डॉ. जी.डी. जोशी, पूर्व अधिष्ठाता (कृषि), के.के.वी., दापोली, रत्नगिरी सदस्य थे और डॉ. एम.एस. प्रभाकर और श्री एस. शिवप्रसाद माननीय कृषि मंत्री द्वारा नामित सदस्य थे और डॉ. ई. श्रीनिवास राव, प्रधान वैज्ञानिक, सब्जी फसल विभाग सदस्य सचिव।
दिनांक 03.12.2019 को अनुसंधान सलाहकार समिति के सदस्य प्रक्षेत्र और प्रयोगशालाओं का दौरा किया, जिनमें फीनोमिक सुविधा, अर्का पूर्णा – अमरूद की एक नई किस्म, पॉली हाउस में जर्बेरा में सूत्रकृमियों का समेकित कीट प्रबंधन, जर्बेरा की नई किस्म, भा.बा.अनु.सं. की किवांच की किस्में, पत्ती मोड़क विषाणु के प्रतिरोधी मिर्ची के संकर शामिल थे। अनुसंधान सलाहकार समिति की बैठक डॉ. ई. श्रीनिवास राव के स्वागत से प्रारभ हुई। अध्यक्ष और सदस्यों ने अपनी-अपनी राय रखी और आवश्यकता-आधारित अनुसंधान कार्यक्रमों की योजना बनाने और लागू करने की नीतियों पर सुझाव दिए। निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. ने संस्थान की पिछले वर्ष की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को प्रस्तुत किया। इसके बाद किसानों की खेत में भा.बा.अनु.सं. की सफल गाथाओं पर एक वीडियो दिखाया गया। इसके बाद डॉ. टी.एस. अघोरा, नोडल अधिकारी, पी.एम.ई. कक्ष ने अनुसंधान सलाहकार समिति 24वीं बैठक की अनुवर्ती कार्रवाई प्रस्तुत की। बैठक के विभिन्न सत्रों में अध्यक्ष एवं सदस्यों ने संस्थान के विभिन्न विभागों के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए कार्य की समीक्षा की।
दिनांक 4.12.2019 को सुबह अनुसंधान सलाहकार समिति के सदस्यों ने शिवकोट्टा गाँव में आईआईएचआर के गुलाब की नई किस्म, अर्का सावी, के खेत का दौरा किया। इसके बाद संस्थान के विभागाध्यक्षों ने भावी कार्य और विभिन्न सत्रों में उभरकर आई अनुशंसाओं पर प्रस्तुति दी। समापन सत्र में समिति के अध्यक्ष और सदस्यों ने अपनी-अपनी टिप्पणी दी। सभी प्रस्तुतियों और टिप्पणियों से निकले निष्कर्ष को 25वीं अनुसंधान सलाहकार समिति की अनुशंसाओं के रूप में अंतिम रूप दिया जाएगा। अंत में डॉ. ई. श्रीनिवास राव, सदस्य सचिव के धन्यावाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्त हुई।