भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं., बेंगलूरु की संस्थान प्रबंधन समिति की 91वीं बैठक 17.12.2019 कओ डॉ. एम. आर. दिनेश, निदेशक की अध्यक्षता में कृषि विज्ञान केंद्र, गोनिकोप्पल में आयोजित की गई। श्री जी.जी. हरकंगी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एवं सदस्य सचिव, संस्थान प्रबंधन समिति ने अध्यक्ष और सदस्यों का स्वागत किया। निदेशक महोदय ने जुलाई से दिसंबर 2019 के दौरान संस्थान को अनुसंधान व विस्तार गतिविधियों में प्राप्त उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण दिया। श्री जी.जी. हरकंगी ने पिछली बैठक का कार्यवृत्त प्रस्तुत किया।
इस बैठक में निम्नलिखित सदस्यों ने भाग लिया : डॉ. टी.के. बेहरा, प्रोफेसर एवं प्रधान वैज्ञानिक, सब्जी विज्ञान, भा.कृ.अनु.प.-भा.कृ.अनु.सं., नई दिल्ली; डॉ. मार्कण्डेय सिंह, प्रधान वैज्ञानिक, पुष्प विज्ञान व भूदृश्य-निर्माण, भा.कृ.अनु.प.-भा.कृ.अनु.सं., नई दिल्ली; श्री एस. शिवा प्रसाद तथा डॉ. एम.एस. प्रभाकर, डॉ. सुधाकर राव, प्रधान वैज्ञानिक एवं पी.एम.ई. सदस्य, डॉ. एल.के. भारती, प्रधान वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, के.बा.प.के., चेट्टल्ली, डॉ. साजू जॉर्ज, प्रधान वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्र, कोडगु और श्री के.जी. जगदीशन, वित्त एवं लेखा अधिकारी, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं., बेंगलूरु ने विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में बैठक में भग लिया।
डॉ. सुधाकर राव संस्थान की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रस्तुति दी। डॉ. साजू जॉर्ज ने कृषि विज्ञान केंद्र, गोनिकोप्पल की उपलब्धियों पर तथा डॉ. एल.के. भारती ने के.बा.प.कें., चेट्टल्ली की मौजूदा गतिविधियों पर प्रस्तुतियाँ दीं। श्री करियप्पा, उपाध्यक्ष, पुत्तरी कृषक उत्पादक संगठन ने एफपीओ की गतिविधियों की जानकारी दी।
बैठक से पहले सदस्यों ने पुत्तरी एफपीओ का दौरा किया और निदेशक मण्डल से किसानों के लाभ में एफपीओ की भूमिका और उन्हें कृषि विज्ञान केंद्र से प्राप्त होने वाली मदद एवं समन्वय कार्य पर चर्चा की। इसके बाद सदस्यों ने कृषि विज्ञान केंद्र की एएमसी प्रयोगशाला, खुम्ब बीजोत्पादन इकाई और आरटीएफ बैग इकाई और मृदा-परीक्षण प्रयोगशाला का दौरा किया और कर्मचारियों से चर्चा की। बैठक के बाद सदस्यों ने कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्र का दौरा किया और उन्हें प्रक्षेत्र-गतिविधियों की प्रगति की संक्षिप्त जानकारी दी। अपराह्न सदस्यों ने किसान के खेत का भ्रमण किया, जहाँ एक ही खण्ड में काली मिर्च उगाई जा रही थी और पौध-स्वास्थ्य-प्रबंधन के लिए एएमसी का प्रयोग किया जा रहा था। संस्थान प्रबंधन समिति के सदस्यों ने पिछले 6 माहों में अनुसंधान व विस्तार के क्षेत्र में भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. को प्राप्त उपलब्धियों की सराहना की। सदस्यों ने खासकर पुत्तरी एफपीओ की भूमिका और एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र की भूरी-भूरी प्रशंसा की।