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देश के पहले प्ल्यूरोटस बीजाणु रहित उत्परिवर्ती को पराबैंगनी किरण के जरिए उत्पादित किया गया। इस मुटेंट को उत्पादित करने का उद्देश्य वाणिज्यिक खेतों में बीजाणु के अंतश्वसन से होने वाले एलर्जी से निपटने के लिए किया गया। बीजाणु रहित मुटेंट में इसके जनक पी. फ्लोरिडा (जिसमें 9478444 बीजाणु प्रति लीटर उत्पादित होते हैं) की तुलना में कोई भी बीजाणु उत्पादित नहीं होता है। इसका यह गुण पिछले 15 वर्षों से स्थिर है। इस उत्परिवर्ती की उपज को 38% बढ़ गया था।