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अर्का सब्जी स्पेशल (सूक्ष्म पोषकतत्व मिश्रण) का ‘उडुप्पि माट्टुगुल्ला’, एक भौगोलिक सूचक बैंगन का निष्पादन

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उडुप्पि माट्टुगुल्ला अथवा उडुप्पि माट्टिगुल्ला, जो उडुप्पि के माट्टि (माट्टु भी कहा जाता है) गाँव में लंबे समय से उगाया जा रहा एक स्थानीय हरा बैंगन है। यह बैंगन, जिसको भौगोलिक सूचक चिह्न प्राप्त है, अपने विशिष्ट स्वाद के कारण बहुत ही पसंदीदा बैंगन है। माट्टु एवं इसके आसपास के गाँवों, जैसे कोपला, कईपुंजल, उलियारगोली एवं पोंगाला, में लगभग 200 किसान इस बैंगन की खेती लगभग 250 एकड़ ज़मीन में उगा रहे हैं। श्री माट्टु लक्ष्मण, जो एक प्रगतिशील किसान व माट्टुगुल्ला उगाने वाले किसानों का संघ का प्रबंधक है और काटपाडी पी.ओ., माट्टु ग्राम, उडुप्पि तहसील, उडुप्पि जिले के निवासी हैं, ने 2018-19 के रबी के दौरान अपने खेत में एक एकड़ में उडुप्पि माट्टुगुल्ला बैंगन उगाया था। भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. के बैज्ञानिकों (डॉ. डी. कलैवण्णन और डॉ. पी.वी.आर. रेड्डी) और कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर के कर्मचारियों द्वारा भू-समृद्धि परियोजना के तहत माट्टु में चलाए गए प्रदर्शनों से अर्का सब्जी स्पेशल (सूक्ष्मपोषक तत्व मिश्रण) के लाभों के बारे में पता लगने के बाद श्री माट्टु लक्ष्मण ने प्रदर्शन के दौरान वैज्ञानिकों से चर्चा की और भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. से 5 किलो ग्राम अर्का सब्जी स्पेशल खरीदा। उन्होंने अक्तूबर 2018 को पौधों के बीच ढाई फीट (75 से.मी.) और पंक्तियों के बीच 3 फीट (100 से.मी.) रखते हुए माट्टुगुल्ला बैंगन के पौधे लगाए। उन्होंने भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. के बैज्ञानिकों की अनुशंसाओं को अपनाया। माट्टुगुल्ला की पैदावार बढ़ाने के लिए 75 ग्रा. अर्का सब्जी स्पेशल को 15 लीटर (5 ग्रा./ली.) पानी में शैम्पू की एक पाउच और मध्यम आकार के नींबू के साथ मिलाकर प्रयोग करने की अनुशंसित है। उन्होंने इस अनुशंसित मात्रा का चार बार प्रयोग किया गया। श्री माट्टु लक्ष्मण भा.बा.अनु.सं. के वैज्ञानिकों (डॉ. डी. कलैवण्णन, डॉ. पी.वी.आर. रेड्डी और डॉ. पी.सी. त्रिपाठी) के निरंतर संपर्क में रहे, जिन्होंने भू-समृद्धि परियोजना के तहत नियमित रूप से उनके खेत का दौरा किया।

किसान को माट्टुगुल्ला की बहुत ही अच्छी पैदावार (14.0 टन/एकड़) मिली और वे प्रति बोरी (50 कि.ग्रा.) रु. 3000 या प्रति कि.ग्रा. रु. 60 की दर से आसपास के बाज़ार में बेच सके। बेहतर फल-आकार, फल-वज़न, फल-रंग और चमक, कीटों व रोगों का कम प्रकोप, पैदावार और शुद्ध आय की दृष्टि से अर्का सब्जी स्पेशल के निष्पादन पर वे बहुत खुश थे। उनको 5-6 माह की फसल-अवधि में रु. 7,20,000/- की शुद्ध आय मिली। किसान ने खुशी ज़ाहिर की कि उन्हें बेहतर फल-स्थापन, बेचने-योग्य फलाकार, फल-रंग और चमक, फल-वज़न और बढ़ी फसल-अवधि के कारण, बिना सब्जी स्पेशल की तुलना में (11.5 टन/एकड़ और रु. 5,80,000) 1,40,000 की अतिरिक्त लाभ मिला। इसके अतिरिक्त, किसान ने कहा कि सब्जी स्पेशल की मदद से जल्दी फल लगते हैं, हल्की हरी धारी सहित हरे फल मिलते हैं, जो स्थानीय बाज़ार तथा बेंगलूरु व मुंबई बाज़ारों में बहुत ही पसंदीदा है तथा उच्च कीमत मिलती है। इसके प्रयोग से अधिक संख्या में फूल लगते हैं और अंतत: अधिक फल-स्थापन होता है और अधिक पैदावार मिलती है। जब उन्होंने अपने खेत में सब्जी स्पेशल का प्रयोग प्रारंभ किया तो आसपासे के गाँवों माट्टुगुल्ला किसानों को भी इस सूक्ष्मपोषक तत्व मिश्रण और इसके प्रदर्शन के बारे जानकारी मिली। उन्होंने भी माट्टुगुल्ला किसान संघ के अन्य सदस्यों को उडुप्पि माट्टुगुल्ला बैंगन की बेहतर पैदावार एवं शुद्ध आय प्राप्त करने के लिए इस उत्पाद के प्रयोग के लिए प्रेरित किया।