भा.कृ.अनु.प.-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलूरु और कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर के संयुक्त तत्वावधान में उडुपि जिले के करकरा तहसील के शिर्लालु में 29 जनवरी, 2020 को लंबी लोबिया की किस्म अर्का मंगला पर प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लंबी लोबिया की किस्म अर्का मंगला के बारे में किसानों को जागरूक करना था । यह प्रक्षेत्र दिवस शिर्लालु के श्री गुणपाल जैन के खेत में आयोजित किया गया । डॉ. पी.सी. त्रिपाठी, प्रधान अन्वेषक, भू-समृद्धि परियोजना, डॉ. आर. सेंदिल कुमार, डॉ. के.एच. अनंता, प्रधान अन्वेषक, भू-समृद्धि परियोजना, इक्रिसाट, हैदराबाद, डॉ. बी. धनंजया, अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर ने किसानों से चर्चा की और उन्हें लंबी लोबिया की सफल खेती के लिए अच्छी कृषि पद्धतियों के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. एच.एस. चैतन्या, वैज्ञानिक (बागवानी), कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर के स्वागत भाषण से हुआ । डॉ. पी.सी. त्रिपाठी ने लंबी लोबिया के बारे में और विशेषकर अर्का मंगला की विशेषताओं के बारे में कहा। डॉ. आर. सेंदिल कुमार ने भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. की प्रौद्योगिकियों की जानकारी दी। उन्होंने संस्थान में 5-8, फरवरी 2020 के दौरान आयोजित होने वाले राष्ट्रीय बागवानी मेले में पधारकर लाभ उठाने के लिए किसानों को आमंत्रित किया। डॉ. के.एच. अनंता ने भू-समृद्धि परियोजना और पिछले चार वर्षों में कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में इसके प्रभाव और उपलब्धियों के बारे में कह। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के तहत सीजीआईएआर संस्थानों, जैसे सीआईएमएमवायटी, आईआरआरआई, आईएलआरआई, आईडब्ल्युएमआई, आईएफपीआरआई, आईसीएआर-आईआईएचआर, राज्य कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केंद्र ने प्रौद्योगिकियों के प्रचार-प्रसार के लिए एक साथ आए। डॉ. बी. धनंजया, अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर ने उडुपि जिले में भू-समृद्धि परियोजना के तहत चल रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी । श्री दयानंद नायक, श्री पद्मराज, श्री कदम्बा, श्री सतीश जैसे किसानों ने लंबी लोबिया की खेती पर अपने अनुभवों को साझा किया। प्रगतिशील किसान श्री गुणपाल जैन ने सब्जी किसानों की समस्याओं और तटवर्ती क्षेत्रों में लंबी लोबिया की संभावनाओं के बारे में कहा । श्री विनय, इक्रिसाट और श्री योगेश कुमार,सीवाएमएमआईटी, बागवानी विभाग के अधिकारीगण, कृषि विज्ञान केंद्र के कर्मचारीगण और 40 से अधिक प्रगतिशील किसानों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया । कार्यक्रम का समापन डॉ. जय प्रकाश, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ । बैठक के बाद सभी प्रतिभागियों ने श्री दयानंद नायक और श्री सतीश जैन के अर्का मंगला खेतों का दौरा किया और किसानों से चर्चा की। इस प्रक्षेत्र दिवस का समन्वयन डॉ. जय प्रकाश, वैज्ञानिक (मृदा विज्ञान), डॉ. एच. एस. चैतन्या, वैज्ञानिक (बागवानी), डॉ. धनंजय, अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्र, ब्रह्मावर, डॉ. आर. सेंदिल कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. और डॉ. पी.सी. त्रिपाठी, प्रधान वैज्ञानिक, फल फसल विभाग, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. ने किया ।