प्रौद्योगिकी का विवरण
-
पादप विषाणु, जीवाणुओं और कवक के लिए तैयार प्रतिरक्षी दवाइयाँ।
-
संयुक्त उद्यम प्रक्रिया के तहत विशिष्ट उत्पादन।
-
पुन:योजक प्रतिरक्षी क्लोनों को पशु कोशिकाओं के बजाय ई-कॉली में उत्पादित किया जा सकता है।
-
बॉयोरियेक्टरों में निरंतर बैच उत्पादन।
-
एक ही बार में प्रतिरक्षी की खोज की जा सकती है क्योंकि प्रतिरक्षी जीन अल्केलीन फास्फेट के कोडिंग अनुक्रमण से संबद्ध होता है।
-
यह 3-5 प्रतिरक्षियों का एक मिश्रण है, जिसका उपयोग डीएएस-ईलीसा, वेस्टर्न, डिप-स्टिक, लेट्रल फ्लो, हिस्टोलॉजीकल अध्ययनों आदि में किया जाता है।
उत्पाद और उपोत्पाद
-
प्रतिरक्षी क्लोन।
प्रौद्योगिकी के लाभ
-
उत्पादन की लागत काफी कम हो जाती है।
-
उत्पादन में काफी सहायता प्राप्त होती है।
-
हिस-टैग के कारण निकटतम होमोजेनेटी में परिष्करण किया जा सकता है।
-
इस प्रौद्योगिकी को किसान हितैषी डिपस्टिक या लेटरल फ्लो स्टिक में विकसित किया जा सकता है।
-
इस प्रौद्योगिकी को अनुसंधानकर्ताओं द्वारा उच्च-विशिष्ट अनुप्रयोगों के लिए उपयोग किया जा सकता है क्योंकि प्रतिरक्षी अणु पारंपरिक पशुओं द्वारा सृजित अणुओं की तुलना में काफी छोटे होते हैं।
लक्षित क्षेत्र/ अंतिम उपयोगकर्ता की प्रोफाइल
-
वाणिज्यिक उत्पादक
-
अनुसंधानकर्ता
-
जांच करने वाली प्रयोगशालाएं
-
क्राई प्रोटीनों सहित जीएमओ नैदानिक
-
इलाज सहित बॉयोमेडिकल अनुप्रयोग
-
पादपों में प्रतिरक्षी के पराजीनी व्यंजकता के लिए प्लांटीबॉडीज
बाजार-संभावना
-
‘’इंडियन डायग्नोस्टिक एंड थेराप्यूटिक एंटीबॉडीज मार्केट रिपोर्ट एंड फोरकास्ट: 2011-2016’’ पर ईमार्क की रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण इसकी बाजार-मांग में काफी वृद्धि होने की उम्मीद है।
अपेक्षित निवेश
-
रोजमर्रा के मॉलीक्यूलर बॉयोलोजी के लिए वर्तमान सुविधाओं के साथ कोई भी प्रयोगशाला एक 100 मि. ली. कल्चर से 2-3 दिनों के भीतर 5 से 10 मि. ली. की शुद्ध प्रतिरक्षी सृजित कर सकती है, जिसकी लागत 1.75 लाख रूपयों से लेकर 3 लाख रूपयों तक है।
-
100 मि. ली. के जीवाणु-संवर्धित रातों-रात वृद्धि, पेरिप्लास्मिक प्रोटीनों के निष्कर्षण-डयालिसिस, क्रोमाटोग्राफिक प्यूरिफिकेशन और गुणवत्तापूर्ण कंट्रोल टेस्टिंग सहित 5 से 10 मि.ली. प्रतिरक्षी उत्पादित करने के लिए उत्पादन की लागत लगभग 3000 से 5000 रूपये है।
अनुमानित लाभ/मुनाफा
लागत लाभ अनुपात-35:1