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कर्नाटक के चामराज नगर जिले में आदिवासी उप-योजना परियोजना का शुभारंभ किया।

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भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. ने कर्नाटक के चामराज नगर जिले में आदिवासी उप-योजना परियोजना का शुभारंभ किया।

भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. ने कर्नाटक के चामराजनगर जिले के कोल्लेगला तहसील के कोननकेरे गाँव में 12 फरवरी 2020 को आदिवासी उप-योजना परियोजना का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में 16 गाँवों से (विभिन्न पोडस) लगभग 320 आदिवासी किसानों ने भाग लिया, जिनका चयन भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. तकनीकियों के माध्यम से उनकी आजीविका-सुरक्षा को सुधारने के लिए किए गए सर्वेक्षण के आधार पर किया गया था।

इस कार्यक्रम का आयोजन भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. द्वारा वीजीकेके, बी.आर. हिल्स द्वारा बढावा दिए जा रहे सोलिगा अभिवृद्धि संघ के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. एम.आर. दिनेश, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. ने विभिन्न फल फसलों, जैसे जामुन, आम, अमरूद, सीताफल एवं पपीते की 8 किस्मों तथा सब्जी फसलों, जैसे मिर्ची,टमाटर, भिण्डी, बैंगन, चौलाई, फ्रेंचबीन, सेमफली, कद्दू एवं कड़ीपत्ते की 10 किस्मों को वितरित करते हुए किया। डॉ. एम.आर. दिनेश ने सोलिगा संघ द्वारा समाज के निचले तबके के आदिवासी जनता को सुस्थिर सामाजिक-आर्थिक विकास एवं आजीविका की ओर लाने में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने लाभार्थियों को आर्थिक लाभकारिता सुरक्षित करने के लिए भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. की तकनीकियों को अपनाने की सलाह दी।

इस कार्यक्रम में विभिन्न गाँवों के सोलिगा समुदाय नेताओं ने भी भाग लिया। उनमें श्री दोड्डय्या, श्री महादेवा, श्री रंगस्वामी, श्री मुत्तय्या और वालंटियर डॉ. अच्युत राव प्रमुख थे। कई पंचायत सदस्यों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

डॉ. आर. वेंकटकुमार, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी अध्यक्ष, समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. ने संस्थान के विस्तार कार्यक्रमों की जानकारी दी और प्रतिभागियों से आग्रह किया इन सुविधाओं का लाभ उठाएँ। उन्होंने भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. की तकनीकियों के प्रदर्शन के महत्व पर भी प्रकाश डाला।

डॉ. बी. नारायणस्वामी, प्रधान वैज्ञानिक एवं नोडल अधिकारी, आदिवासी उप-योजना परियोजना ने कार्यक्रम का समन्वयन किया और सभा को आदिवासी समूह के उत्थान के लिए आदिवासी उप-योजना परियोजना के महत्व के बारे में और संस्थान द्वारा देशभर में इसको लागू करने की तरीकों के बारे में बताया।

डॉ. अच्युत राव, श्री दोड्डय्या, श्री महादेवा, श्री रंगस्वामी और कुछ लाभार्थियों ने भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग के श्री एच.एस. जयंत, सुश्री हर्षिता और श्री शशि कुमार ने इस कार्यक्रम के आयोजन में सहयोग दिया।