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गौरीबिदनूर तहसील में 23 जनवरी 2020 को रजनीगंधा पर प्रक्षेत्र दिवस आयोजित

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भू-समृद्धि परियोजना के तहत भा.कृ.अनु.प.-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलूरु और कृषि विज्ञान केंद्र, चिंतामणि के संयुक्त तत्वावधान में चिकबल्लापुर जिले के गौरीबिदनूर तहसील के एच. नागसांद्रा गाँव में 23.01.2020 को रजनीगंधा (अर्का प्रज्वल) पर प्रक्षेत्र दिवस आयोजित किया गया। इस प्रक्षेत्र दिवस का मुख्य उद्देश्य रजनीगंधा की अर्का प्रज्वल किस्म के बारे में किसानों में जागरूकता पैदा करना था। यह प्रक्षेत्र दिवस एच. नागसांद्रा गाँव के श्री चंद्रशेखर के खेत में आयोजित किया गया था। डॉ. सी. अश्वथ, प्रभारी अध्यक्ष, पुष्प विज्ञान एवं औषधीय फसल विभाग, डॉ. पी.सी. त्रिपाठी, भूसमृद्धि परियोजना के प्रधान अन्वेषक, श्री रविकुमार, सहायक निदेशक (बागवानी), श्री मंजुनाथ, सहायक निदेशक (कृषि), गौरीबिदनूर ने किसानों से चर्चा की और रजनीगंधा की सफल खेती की अच्छी कृषि पद्धतियों की जानकारी दी। रजनीगंधा के खेत पर हुए चर्चा के बाद वैज्ञानिकों और किसानों के बीच चर्चा सत्र आयोजित की गई, जो डॉ. आर. सेंदिल कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. के स्वागत से प्रारंभ हुआ। इसके बाद श्री येल्लप्पा, इक्रिसाट प्रतिनिधि ने चिकबल्लापुर जिले में भूसमृद्धि परियोजना की गतिविधियों की जानकारी दी। डॉ. जे. सतीशा, प्रधान वैज्ञानिक ने रजनीगंधा प्रक्षेत्र दिवस के उद्देश्य को विस्तार से बताया। डॉ. टी. उषा भारती, वैज्ञानिक, पुष्प विज्ञान एवं औषधीय फसल विभाग ने रजनीगंधा की खेती और कंद के उत्पादन पर व्याख्यान दिया। रजनीगंधा उगानेवाले श्री चंद्रशेक्षर, श्री सिल्वा और श्री बसवप्पा रेड्डी ने अपने-अपने अनुभव बाँटे तथा डॉ. अनिल कुमार नायर, प्रधान वैज्ञानिक, सब्जी फसल विभाग और डॉ. राजीव कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, पुष्प विज्ञान एवं औषधीय फसल विभाग ने किसानों की शंकाओं का समाधान किया। डॉ. सी. अश्वथ ने अर्का प्रज्वल और उस क्षेत्र के लिए उपयुक्त अन्य पुष्प फसलों की क्षमता, कीटों व रोगों के नियंत्रण के लिए हानिकारक कीटनाशकों के छिड़काव करते समय बरती जाने वाली सावधानियों और पुष्प फसलों की लभाकारी खेती के लिए कृषक उत्पादक संगठनों की स्थापना पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान में फरवरी 5-8, 2020 के दौरान आयोजित होने वाले राष्ट्रीय बागवानी मेले में भाग लेकर इससे लाभ लेने के लिए सभी किसानों को आमंत्रित किया। डॉ. विश्वनाथ, वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र, चिंतामणि ने आभार प्रदर्शन किया। इस प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम में श्रीमती लक्ष्मी, इक्रिसाट, श्री आनंद आईडब्ल्यु प्रतिनिधि, श्री अतीखुल्ला, वैज्ञानिक, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं., कृषि, बागवानी विभाग अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के कर्मचारीगण और 50 से अधिक प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। इस प्रक्षेत्र दिवस का समन्वयन डॉ. पी.सी. त्रिपाठी, प्रधान वैज्ञानिक, फल फसल विभाग, श्री अतीखुल्ला, वैज्ञानिक और डॉ. आर. सेंदिल कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग ने किया।