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चिंतामणि तहसील में 08 जनवरी 2020 को पपीते से संबंधित कृषि दिवस आयोजित किया गया।

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भा.कृ.अनु.प.-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलूरु और कृषि विज्ञान केंद्र, चिंतामणी के संयुक्त तत्वावधान में चिकबल्लापुर जिले के चिंतामणि तहसील कए आलम्पूर गाँव में भूसमृद्धि परियोजना के तहत 08.01.2020 को पपीते (अर्का प्रभात किस्म) से संबंधित कृषि दिवस आयोजित किया गया। इस कृषि दिवस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य पपीते की अर्का प्रभात किस्म के बारे में जागरूकता पैदा करना था। यह कृषि दिवस आलम्पूर गाँव के श्री प्रवीण के खेत में आयोजित किया गया। डॉ. एम.आर. दिनेश, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं., डॉ. पी.सी. त्रिपाठी, प्रधान अन्वेषक, भूसमृद्धि परियोजना, डॉ. पी. वेंकटरावणा, अधिष्ठाता, रेशम उत्पादन विज्ञान, डॉ. रेजु एम. कुर्यन, प्रभारी अध्यक्ष, फल फसल विभाग, डॉ. आर. वेंकटकुमार, प्रभारी अध्यक्ष, समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग और डॉ. आर. मंजुनाथ, अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों से चर्चा की और उन्हें पपीते की सफल खेती के लिए उन्नत कृषि पद्धतियों के बारे में सलाह दी। पपीते के खेत में हुए चर्चा सत्र के बाद किसानों व वैज्ञानिकों के साथ में परिचर्चा आयोजित की गई, जिसमें डॉ. विश्वनाथ, कृषि विज्ञान केंद्र, चिंतामणि ने सभी का स्वागत किया और श्री लक्ष्मी, इक्रिसाट के प्रतिनिधि ने चिकबल्लापुर जिले में भूसमृद्धि परियोजना की गतिधियों की जानकारी दी। डॉ. जे. सतीशा, प्रधान वैज्ञानिक, फल फसल विभाग ने पपीते से संबंधित कृषि दिवस आयोजित करने के उद्देश्य को स्पष्ट किया। डॉ. सी. वासुगी, प्रधान वैज्ञानिक, फल फसल विभाग ने पपीते की खेती और बीजोत्पादन पर व्याख्यान दिया। श्री प्रवीण ने अपने अनुभव बाँटे और डॉ.  रेजु एम. कुर्यन, प्रभारी अध्यक्ष, डॉ.  बी.एल. मंजुनाथ, प्रधान वैज्ञानिक, फल फसल विभाग ने किसानों द्वारा उठाए गए शंकाओं का समाधान किया। डॉ. एम.आर. दिनेश, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. ने अपने अध्यक्षीय भाषण में अर्का प्रभात किस्म की क्षमताओं पर ज़ोर दिया और पपीते की बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए ली जानेवाली सावधानियों तथा पपीते की सफल खेती के लिए विभिन्न कार्यों की सूची के बारे में बताया। उन्होंने किसानों को संस्थान में फरवरी 05-08, 2020 के दौरान आयोजित होने वाले राष्ट्रीय बागवानी मेले में भाग लेने के लिए आमंत्रित भी किया। डॉ. आर. वेंकटकुमार, प्रभारी अध्यक्ष, समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग के आभार प्रदर्शन के साथ बैठक समाप्त हुई। इस कृषि दिवस कार्यक्रम में भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. ए. रेखा, डॉ. अनिल कुमार नायर, डॉ. अनुराधे साने, डॉ. शंकरन, डॉ. करुणाकरण और वैज्ञानिक श्री अतीखुल्ला तथा कृषि विभाग के अधिकारियों एवं कृषि विज्ञान केंद्र के अधिकारियों और 50 से अधिक प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। इस कृषि दिवस कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. पी.सी. त्रिपाठी, प्रधान वैज्ञानिक, फल फसल विभाग और डॉ. आर. सेंदिल कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, समाज विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग ने किया।