छत्तीसगढ़ के किसानों को 8 सितंबर, 2022 को उच्च घनत्व रोपण प्रणाली के तहत आम में पौधे की वास्तुकला और चंदवा प्रबंधन पर प्रशिक्षित किया गया। डॉ. कुंदन किशोर ने आम की उच्च घनत्व रोपण प्रणाली के तहत पौधे की वास्तुकला और चंदवा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं का प्रदर्शन किया। किसानों को सलाह दी गई कि वे वार्षिक छंटाई के माध्यम से आम की छतरी को विनियमित करें और उच्च फल उपज और गुणवत्ता के लिए पोषक तत्वों और कीटों का उचित प्रबंधन सुनिश्चित करें। प्रतिभागियों को कुशल प्रकाश अवरोधन, उच्च उपज और बेहतर फलों की गुणवत्ता के लिए आम में ओपन सेंटर प्रशिक्षण प्रणाली अपनाने की सलाह दी गई। आम उत्पादकों को सलाह दी गई कि वे अपने बागों को उत्पादक बनाए रखने के लिए फलों की कटाई (अधिमानतः जून-जुलाई में) के बाद अपने पौधों की छंटाई करें। कैनोपी रेगुलेशन के माध्यम से कम घनत्व वाले आम के बाग में अंतरफसलों (अनानास, ड्रैगन फ्रूट और सेब बेर) की क्षमता का भी प्रदर्शन किया गया। डॉ. दीपा सामंत ने अमरूद में चंदवा प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला। बातचीत के दौरान चंदवा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान किया गया। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम पर संतोष व्यक्त किया और उच्च घनत्व रोपण प्रणाली के तहत आम में चंदवा प्रबंधन की आवश्यकता को महसूस किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कुंदन किशोर ने परियोजना सहायकों के सहयोग से किया।