नव विकसित गेंदे संकर पर दिनांक 17.04.2021 को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
दिनांक 17.04.2021 को एक दिन का जागरूकता कार्यक्रम सह वैज्ञानिक-किसानों की बातचीत, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. द्वारा विकसित की गईं गेंदे संकर और अन्य बागवानी तकनीक पर कृषि विज्ञान केंद्र, MYRADA, इरोड जिला, के सहयोग से तमिलनाडु के किसानों के लाभ के लिए ऑनलाइन माध्यम से बैठक आयोजित की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. द्वारा विमोचन की गईं गेंदे संकर और भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. द्वारा जारी उच्च उपज वाले सब्जी/फलों/फूलों की किस्मों/संकरों के बारे में ज्ञान प्रदान और जागरूकता पैदा करना था, ताकि तमिलनाडु राज्य में किसानों द्वारा अपनाने के लिए ऐसी तकनीकों का प्रसार किया जा सके।
कार्यक्रम की शुरुआत भा.कृ.अनु.प.- गीत, भा.बा.अनु.सं. गीत के साथ हुई ।इसके बाद डॉ. आर. वेंकटकुमार, प्रधान वैज्ञानिक और प्रभारी अध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान और प्रशिक्षण विभाग, भा.बा.अनु.सं.- बैंगलोर ने अपने स्वागत भाषण में इस ऑनलाइन बातचीत कार्यक्रम के उद्देश्य पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने नव विकसित गेंदे संकर और अन्य बागवानी प्रौद्योगिकियों के महत्व पर प्रकाश डाला, जो तमिलनाडु राज्य के किसानों के लिए उपयुक्त हैं, ताकि वे अपनी कृषि आय दोगुनी कर सकें।इसके अलावा उन्होंने जोर देकर कहा कि भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं. हमेशा नवीनतम सूचनाओं और प्रौद्योगिकियों के हस्तांतरण के लिए किसानों के साथ रहता है।
डॉ.सी.आर.अश्वथ, प्रधान वैज्ञानिक (बागवानी) और प्रभारी अध्यक्ष, फूल और औषधीय फसल विभाग, भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं., बेंगलुरु ने सभा को संबोधित किया और तमिलनाडु में खेती के लिए, भा.बा.अनु.सं. विकसित फूलों की उन्नत किस्मों/संकरों और वाणिज्यिक के लिए उपयुक्त संकर की जानकारी अर्थशास्त्र सहित प्रदान की।अपनी प्रस्तुति के दौरान उन्होंने किसानों को खुले में फूलों की खेती के साथ-साथ संरक्षित परिस्थितियों में फूलों की खेती को अधिक लाभदायक, व्यवहार्य और टिकाऊ बनाने की सलाह दी।
डॉ.तेजस्विनी प्रकाश, प्रधान वैज्ञानिक (पादप प्रजनन) ने व्यावसायिक खेती के लिए भा.बा.अनु.सं., द्वारा जारी की गई महत्वपूर्ण किस्मों/ संकर और प्रौद्योगिकियों पर व्याख्यान प्रस्तुत किया और डॉ. वी. संकर, प्रधान वैज्ञानिक (बागवानी), सामाजिक विज्ञान और प्रशिक्षण विभाग, भा.बा.अनु.सं.- बैंगलोर ने इसका अनुवाद तमिल में किया था।उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रसंस्करण उद्योग के लिए कैरोटीन वर्णक समृद्ध गेंदे संकरों का महत्व किसानों के लिए उच्च और स्थायी आय प्राप्त करना है।इसके अलावा उन्होंने निजी नर्सरी के माध्यम से वाणिज्यिक प्रवर्धन के लिए गेंदा संकर की वनस्पति प्रसार विधि और भा.बा.अनु.सं., बंगलौर में लाइसेंस के लिए प्रक्रिया के बारे में बताया।
डॉ.एम. अरिवलगन, वरिष्ठ वैज्ञानिक (जैव रसायन) ने कैरोटीनॉयड समृद्ध गेंदे संकरों और इसके महत्वपूर्ण उपयोगों का महत्व बताया। डॉ. वी. शंकर, प्रधान वैज्ञानिक ने इरोड जिले के साथ-साथ तमिलनाडु के किसानों के लिए उच्च पैदावार वाली उपयुक्त सब्जियों की किस्मों / संकर और प्रौद्योगिकियों के बारे में स्पष्ट किया ।
डॉ. आर.सेंथिल कुमार, प्रधान वैज्ञानिक ने तमिलनाडु के राज्य में वाणिज्यिक खेती के लिए भा.कृ.अनु.प.-भा.बा.अनु.सं., विकसित फलों की किस्मों और अन्य फलों की फसलों की प्रौद्योगिकियों पर प्रकाश डाला।