पॉन्डिचेरी के अधिकारियों के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत “बागवानी प्रौद्योगिकी में प्रगति” विषय पर पांच दिवसीय विशेष ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु ने पांडिचेरी राज्य के अधिकारियों के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत “बागवानी प्रौद्योगिकी में प्रगति” विषय पर एक विशेष ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम, 23-27 फरवरी, 2021 के दौरान आयोजित किया और यह कार्यक्रम कृषि और किसान कल्याण विभाग, पांडिचेरी सरकार द्वारा प्रायोजित था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में अतिरिक्त निदेशक कृषि (बागवानी) और पांडिचेरी राज्य के बागवानी के उप निदेशक के साथ तीस अधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बागवानी फसलों से संबंधित भा.कृ.अनु.प.- भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न नवीनतम प्रौद्योगिकियों की जानकारी प्राप्त करना और बेहतर सब्जियों, फलों और फूलों की नवीन किस्मों के बारे ज्ञान प्रदान करना था। जिससे कि इन नवीन किस्मों व प्रौद्योगिकियों का पुदुचेरी के कृषकों द्वारा अपनाया जा सके।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. आर. वेंकटकुमार, प्रधान वैज्ञानिक और अध्यक्ष सामाजिक विज्ञान एवं प्रशिक्षण विभाग, भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं,बैंगलोर द्वारा स्वागत भाषण के साथ की गई, जिन्होंने प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर जोर डालते हुए कहा कि किसानों को आय दोगुनी करने और नवीनतम सूचना तथा प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं के साथ संबद्ध किया जाएगा। डॉ. एम. आर. दिनेश, निदेशक, भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं ने प्रतिभागियों को संबोधित किया और उनसे बातचीत की और भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं के विभिन्न प्रौद्योगिकियों के माध्यम से विकासशील उद्यमियों पर जोर दिया और पांडेचेरी के लिए उपयुक्त भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं की नवीनतम प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन के लेआउट के लिए अनुरोध किया।
पांच दिवसीय विचार-विमर्श के दौरान, प्रतिभागियों ने फलों, सब्जियों और सजावटी फसलों, उन्नत किस्मों / संकर और नवीनतम उत्पादन प्रौद्योगिकियों, वाणिज्यिक नर्सरी प्रबंधन, सूक्ष्म सिंचाई और फर्टिगेशन, एकीकृत कीट, रोग और पोषक तत्व प्रबंधन, सब्जियों और फूलों की संरक्षित खेती और कस्टम हायरिंग केंद्रों के लिए उपक्रम, भा.बा.अनु.सं की बागवानी तकनीकें, फसल कटाई और मूल्य संवर्धन; भा.बा.अनु.सं प्रौद्योगिकियों के लाइसेंस की प्रक्रिया और लाभ, बागवानी मशीनीकरण, मशरूम प्रौद्योगिकियां, निमेटोड प्रबंधन, छत्र प्रबंधन, बागवानी में मोबाइल और वेब अनुप्रयोग, व्यावसायीकरण और ऊष्मायन के लिए नवीनतम भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं बागवानी तकनीकें, अविकसित और भविष्य के फल फसल, छत बागवानी, उभरते विपणन बागवानी फसलों में मॉडल, "अर्का व्यापार" का उपयोग, प्रौद्योगिकी प्रसार में कृषक उत्पादक संगठन की भूमिका आदि आदि विषयों पर चर्चा की गई।
भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं में प्रदर्शित विभिन्न तकनीकों और राष्ट्रीय बागवानी मेले की झलक के वीडियो को दिखाया गया। इसके अलावा, भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं, सभी प्रतिभागियों के लिए सब्जी की खेती, उष्णकटिबंधीय फल और फूलों की खेती, मशरूम उत्पादन प्रौद्योगिकियों से संबंधित किताब तथा अन्य प्रशिक्षण सामग्री वितरित करने की योजना बना रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के संचालन पर प्रशिक्षुओं ने बहुत अधिक संतोष व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने वास्तविक कृषि स्थितियों के तहत कार्यान्वयन के लिए कई नवीनतम और नए वैज्ञानिक बागवानी प्रबंधन अभ्यास सीखे हैं। इस कार्यक्रम का समन्वय डॉ. वी. शंकर, प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. आर.सेंथिल कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, और डॉ. आर. वेंकटकुमार, प्रधान वैज्ञानिक और प्रमुख, सामाजिक विज्ञान और प्रशिक्षण, भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं, बैंगलोर के प्रभाग द्वारा किया गया था।