भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं. में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
भा.कृ.अनु.प.- भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु में 8 मार्च 2021 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम भा.कृ.अनु.प. मुख्यालय द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के साथ शुरू हुआ, जिसमें माननीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री. पुरुषोत्तम रुपाला और माननीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री.कैलाश चौधरी ने सभा को संबोधित किया।
सफल महिला उद्यमियों ने सफल बनने में अपनी यात्रा को व्यक्त किया। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. ए.के. सिंह, उपमहानिदेशक (कृषि विस्तार), भा.कृ.अनु.प., नई दिल्ली ने अतिथियों का स्वागत किया। मंत्रियों के भाषण के बाद डॉ. टी. महापात्रा, सचिव, डेयर और महानिदेशक, भा.कृ.अनु.प., नई दिल्ली ने भी कृषि में महिलाओं की भूमिका, उनके अधिकारों, अशिष्टता के मुद्दों और चुनौतियों पर ध्यान दिया।
इस आभासी कार्यक्रम के बाद, भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं. ने महिला दिवस के अवसर पर निम्नलिखित 6 महिलाओं का सम्मान किया।
- श्रीमती एच. एन. आरती, जानी-मानी कवियत्री और वरिष्ठ मीडियाकर्मी, दूरदर्शन केंद्र बेंगलुरु
- श्रीमती नम्रता गोयनका, उद्यमी जिन्होंने संस्थान के मशरूम उत्पादन प्रौद्योगिकियों को अपनाया
- श्रीमती अंजुमाला टी. नायक, पुलिस सर्कल इंस्पेक्टर, सिटी क्राइम ब्रांच, बेंगलुरु
- श्रीमती धनलक्ष्मी, आर., जैकोलेट प्रौद्योगिकी पर भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं. के इनक्यूबेट
- श्रीमती पुण्यवती, एच.पी., पत्रकार जिन्होंने विकास पत्रकारिता पर कई लेख लिखें
- श्रीमती शुभा चेलुवाराजू, सीतकमपन्नहल्ली गाँव, उत्तर तालुक, बेंगलुरु की महिला कृषक, जिन्होंने हमारी तकनीक अपनाई
डॉ. बी. नारायणस्वामी, प्रधान वैज्ञानिक और अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह समिति ने स्वागत भाषण पढ़ा और कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। सभा को डॉ. बी. वरलक्ष्मी नोडल अधिकारी, महिला प्रकोष्ठ, श्री जी. जी. हरकांगी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी और समारोह के मुख्य अतिथि श्रीमती आरती, दूरदर्शन, बेंगलुरु द्वारा भी संबोधित किया गया। उन्होंने समाज में महिलाओं के लिए समानता, अधिकार और प्रोत्साहन की ओर संकेत किया और महिलाओं के उत्थान के साधनों और तरीकों के बारे में बताया ।
श्री जी.जी. हरकांगी ने अपनी शिकायतों का प्रतिनिधित्व करने के लिए महिलाओं के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित नियमों और विनियमों को इंगित किया। श्रीमती नुसरत, पीएचडी, स्कॉलर ने "विज्ञान में महिलाओं की स्थिति" पर बात की। डॉ. एम. आर. दिनेश, निदेशक भा.कृ.अनु.प.- भा.बा.अनु.सं. ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्थान में दशकों से महिलाओं की उपलब्धियों पर बल दिया। उन्होंने संस्थान की प्रगति को प्राप्त करने में भा.बा.अनु.सं. की महिला कर्मचारियों द्वारा साझा किए गए अवसरों और जिम्मेदारियों की सराहना की। श्रीमती शैलजा आर प्रसाद, सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. के.एन. पूर्णिमा, वैज्ञानिक मूलभूत विज्ञान विभाग ने किया था।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा संस्थान में वृक्षारोपण भी किया गया। अतिथियों के साथ- साथ संस्थान की सभी महिला कर्मचारियों के लिए दोपहर के भोजन की व्यवस्था की गई थी।
दोपहर के कार्यक्रम में, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह के संबंध में तीन भाषाओं (कन्नड़, हिंदी और अंग्रेजी) में निबंध लेखन, वाद-विवाद और नारा लेखन जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली महिला कर्मचारियों के लिए पुरस्कार वितरण आयोजित किया गया। इसके बाद संस्थान के महिला कर्मचारियों और छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस समारोह समिति का निदेशक महोदय द्वारा गठन किया गया था, जिसमें डॉ. बी. नारायणस्वामी, अध्यक्ष, श्रीमती शैलजा आर प्रसाद, सहायक प्रशासनिक अधिकारी और डॉ. के. एन. पूर्णिमा, वैज्ञानिक समिति के सदस्य के रूप में नामित थे।
डॉ. देबी शर्मा, डॉ. सी.के. नारायण, श्री. जी.जी. हरकांगी, डॉ. मीरा पांडे, डॉ. शमीना अज़ीज़, डॉ. पी.सी. त्रिपाठी, डॉ. टी.एस. अघोरा, डॉ. के.एस. शिवशंकर और डॉ. एम. शंकरकर ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए निर्णायक के रूप में काम किया। ।