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लंबी लोबिया की नई किस्म ‘अर्का मंगला’ की सफल गाथा

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बेंगलूरु उत्तर जिले के शिवकोटे पंचायत के लिंगनहल्ली गाँव के श्री विनोद ने खरीफ़ 2018 के दौरान एक एकड़ में लंबी लोबिया की ‘अर्का मंगला’ किस्म उगाई। इस किस्म के निष्पादन को जानने के बाद, श्री विनोद ने आईआईएचआर का भ्रमण किया और उन्होंने वैज्ञानिकों से चर्चा की तथा संस्थान के सब्जी बीज विक्रय कक्ष से बीज खरीदे।  उन्होंने लंबी लोबिया के पौध तैयार किए और जुलाई के महीने में 5 x 5 फीट की दूरी पर लगाए। उन्होंने संस्थान द्वारा अनुशंसित कृषि-क्रियाओं को अपनाया। लंबी लोबिया की उपज को बढ़ाने के लिए सब्जी स्पेशल के पर्णीय छिड़काव की अनुशंसित मात्रा (4-5 ग्रा. प्रति ली. पानी के साथ में शैम्पू का एक पाउच और 2 मध्यम आकार के नींबू) तीन बार दी गई। चूँकि उन्होंने उपज और फल की गुणवत्ता में सुधार देखा, इसलिए अब वे सभी सब्जी फसलों के लिए सब्जी स्पेशल का प्रयोग कर रहे हैं। श्री विनोद लगातार संस्थान के विस्तार विभाग के संपर्क में हैं और अनुवर्ती कार्रवाई के रूप में संस्थान के डॉ. वी. शंकर, डॉ. अचला परिपूर्णा और डॉ. वेंकटकुमार उनके खेत का नियमित भ्रमण कर रहे हैं।

            इनको लंबी लोबिया की बहुत ही अच्छी फल-उपज मिली (11 टन/एकड़) और इसे आसपास के बाज़ार में 20-30 रुपए प्रति किलो के हिसाब बेच सके। उपज, बाज़ार में कीमत और शुद्ध आय संबंधी इसके निष्पादन वे बहुत ही खुश थे। उनको चार महीने की फसल-अवधि में 2,24,000/- की शुद्ध आय मिली। उन्होंने कहा कि पहले उगाई जा रही किस्मों की तुलना में इस किस्म से दुगुनी आय प्राप्त हुई। उन्होंने आगे कहा कि यही एकमात्र ऐसी किस्म है, जिसमें लगातार पुष्पण और फलन होते हैं और इसमें अगेती पुष्पण होता है और फलियाँ कच्ची होती हैं, जो स्थानीय बाज़ार में बहुत ही पसंदीदा है, जिस कारण इसे अच्छी कीमत मिलती है। जब इन्होंने अपने खेत में इस किस्म को उगाना शुरू किया, आसपास के गाँवों के किसान भी इस किस्म से परिचित हुए। उन्होंने आसपास के गाँवों के किसानों को आईआईएचआर द्वारा विकसित इस किस्म उगाने के लिए प्रेरित किया। इसके श्रेष्ठ प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने आने वाले मौसम में 2 एकड़ में “अर्का मंगला” उगाने का निर्णय लिया है।