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- Success Stories of IIHR Technologies
Success Stories of IIHR Technologies
Sl No. | शीर्षक | Description |
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21 | भूजल की बढ़ोतरी के लिए कृत्रिम पुनर्भरण |
भूजल की बढ़ोतरी के लिए कृत्रिम पुनर्भरण
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22 | रायगढ़, ओडिशा के जनजातीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए आम का फसलोत्तर प्रबंधन |
रायगढ़, ओडिशा के जनजातीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए आम का फसलोत्तर प्रबंधन
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23 | Technological interventions of CHES Bhubaneswar increased mango production under HDPS at farmers’ field |
Technological interventions of CHES Bhubaneswar increased mango production under HDPS at farmers’ field |
24 | मौसम्बी : ओडिशा के जनजातीय क्षेत्रों में फसल-विविधीकरण के लिए एक आशाजनक विकल्प |
मौसम्बी : ओडिशा के जनजातीय क्षेत्रों में फसल-विविधीकरण के लिए एक आशाजनक विकल्प |
25 | टमाटर की खेती में पॉलीथीन पलवार - महिला कृषक द्वारा एक सफल उद्यम |
टमाटर की खेती में पॉलीथीन पलवार - महिला कृषक द्वारा एक सफल उद्यम |
26 | आम के फल में फसलोत्तर कालापन रोग का उन्मूलन |
आम के फल में फसलोत्तर कालापन रोग का उन्मूलन |
27 | घर के पीछे पोषकतत्वयुक्त सब्जियों की बाग - एक सफल गाथा |
घर के पीछे पोषकतत्वयुक्त सब्जियों की बाग - एक सफल गाथा |
28 | अर्का प्रसन, तुरई की किस्म का कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के किसानों के खेत में निष्पादन |
अर्का प्रसन – किसानों के खेत में निष्पादन |
29 | भारत के नर्सरी हब में अर्का किण्वित कोकोपीट (एएफसी) का आगमन |
11 गांवों सहित 3500 एकड़ क्षेत्रफल में फैले आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के अंतर्गत काडियम मंडल को प्राय: भारत का नर्सरी हब कहा जाता है क्योंकि यहां अनेक प्रकार की सजावटी एवं फल नर्सरियां मौजूद हैं। नर्सरी उद्यम |
30 | एक नई प्याज की किस्म : अर्का भीम की सफल गाथा |
जागालुर तालुक, जामापुरा, दावणगेरे, कर्नाटक के एक प्याज किसान, श्री चंद्रप्पा (मोबाइल नं.: 9740178393) ने आईआईएचआर की प्याज की किस्म अर्का भीम की खेती करना आरंभ किया। उन्होंने 2 एकड़ क्षेत्रफल में मई 2017 के दौरान प्याज की बुवाई की। उनके खेत में प्याज का पूर्ण रूप से अंकुरण हुआ और प्याज के पादप बहुत अच्छी तरह कायम रहे। उनकी नजर में यह किस्म काफी उपयोगी और लाभप्रद थी इसलिए उनके गांव के अन्य किसान श्री चंद्रप्पा के फसल की प्रशंसा सुनकर उनके खेत पर गए। श्री चंद्रप्पा ने 410 बैग (प्रत्येक 55-60 कि. ग्रा. |